HMPV virus rog kya hai lakshan awam bachav
अभी के वक़्त में आपने सुना ही होगा HMPV वायरस के बारे में, कोविड की तरह ये वायरस भी तेज़ी से सभी तरफ फैलता जा रहा है। इस वायरस को सबसे पहले चीन (China) के लोगों में पाया गया और वहीं से ये आगे बढ़ रहा है।
जब से कोविड हुआ है तब से चीन से तो डर और ज्यादा बढ़ गया है और अभी ये वायरस पूरी तरह नहीं फैला है तो लोगों को पहले हीं इससे बचने के लिए अपना ध्यान रखना शुरू कर देना चाहिए।
इसलिए आज के आर्टिकल में हम इस वायरस के बारे में अच्छे से जानेंगे कि ये क्या है और इससे बचाव के लिएर हम क्या कर सकते हैं।
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HMPV वायरस रोग क्या है?
1. परिचय
HMPV वायरस (Human Metapneumovirus) रेसपिरेटरी वायरस है जो बच्चों और बूढों में ज्यादा पाया जा रहा है। हालाँकि भारत में अभी इसका संक्रमण काफी कम हुआ है और आंकडों के मुताबिक अभी तक इस वायरस की वजह से मौत भी नहीं हुई हैं। इस वायरस का cure है तभी तो जिन भी लोगों को ये वायरस हुआ है वो ट्रीटमेंट के बाद बेहतर महसूस कर रहे हैं।
इसलिए आपको ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है मगर इसका ये भी मतलब नहीं है कि आप सतर्क न रहें। इससे बचने के लिए कुछ precautions जो इसी पद्धति अर्टिकल में नीचे में बता दिया गया है, उसे जरूर फॉलो करें क्योंकि स्वास्थ्य के साथ कोई मज़ाक नहीं।
हालाँकि इस वायरस को कोविड के साथ काफी मिलाया जा रहा है क्योंकि इसके लक्षण कोविड से काफी मिलता जुलता है और इसके ट्रीटमेंट का तरीका भी उसी की तरह है।
खैर अभी तक भारत में इस वायरस से किसी की मृत्यु नहीं हुई है मगर चीन वालों के रिपोर्ट के अनुसार इससे संक्रमित होने की वजह से अंजाम मौत तक भी आ सकता है इसलिए इसे हल्के में लेने के भूल न करें।
2. HMPV वायरस के लक्षण
हालाँकि इसके लक्षण कोविड से काफी मिलते हैं। इसके साथ ही लक्षण हर किसी में समान्य नहीं होते, किसी को mild यानी हल्के लक्षण हो सकते हैं वहीं किसी को severe भी हो सकता है। और आपके उम्र पे भी निर्भर करता है इस वायरस के लक्षण। एक-एक कर के हम उन सभी के बारे में जानेंगे।
1. हल्के लक्षण (Mild) :
- Cough (कफ़)
- Fever (ज्वर)
- Sneezing (छींकना)
- Jammed Nose (नाक जाम)
- Tiredness (थकावट)
ये सब mild लक्षण हैं और अगर आप इनमें से कुछ भी फील कर रहे हो या आपको शक हो थोड़ा भी तो टेस्ट करवाने में बिल्कुल भी संकोच ना करें।
2. गंभीर लक्षण (Severe) :
अगर बात करें गंभीर लक्षण का तो आपको साँस लेने में काफी समस्या आयेगी या साँस से जुड़ी अन्य समस्या के सामना करने की संभावना अधिक है। हालाँकि इसके अलावा भी अन्य लक्षण हैं;
- Pneumonia (निमोनिया)
- Problem in Lungs (फेफड़ों में दिक्कत)
- Low Oxygen Level (ऑक्सीजं का स्तर कम हो जाना)
- Breathing Issues (साँस लेने में दिक्कत)
3. बच्चों में पाए जाने वाले लक्षण:
इन सब लक्षणों के अलावा कुछ लक्षण और हैं जो छोटे बच्चों में या ऐसे बच्चे जिन्होंने अभी जन्म लिया हो, उनमें पाया जा सकता है वो है:
- Poor feed (जब आपके बच्चे को सही से खाना न मिल पाए)
- Irritation (इरीटेशन)
तो अगर इन सभी लक्षणों में से कोई सा भी आप या आपके परिवार में से कोई फेस कर रहा हो तो आप सबसे पहले HMPV वायरस का टेस्ट करवाये और जब तक रिजल्ट न आये, आप उनके बताये गए precautions को फॉलो करें।
3. किन लोगों को HMPV वायरस होने की संभावना ज्यादा है?
हालाँकि ऐसा कहा जा रहा है कि छोटे बच्चों और उम्र में ज्यादा लोगों को ज्यादा संभावना है इस वायरस से संक्रमणित होने की मगर इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि बाकी लोग यानी जो युवा पीढी है वो इस वायरस की चपेट में नहीं आ सकते।
देखिये बात बिल्कुल सीधी सी है कि अगर आपका बॉडी कमजोर रहेगा, आपकी इम्यूनिटी कमजोर होगी या आपके बॉडी को फंक्शन होने में वक़्त लगता है तो स्वभावीक है कि आपके शरीर में HMPV वायरस जैसी चीजें आसानी से धावा बोल दे और क्योंकि आपका बॉडी कमजोर है तो वो इस bacteria से ज्यादा देर तक नहीं लड़ पायेगा जिससे ये वायरस आपके शरीर में घुस जायेगा।
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इसलिए इसका आसानी निशाना छोटे बच्चें और बूढों पर होता है क्योंकि बच्चों के शरीर में सब कुछ सही से फंक्शन होने और ग्रो करने में वक़्त लगता वहीं बूढों का शरीर उस उम्र में कमजोर होने लगता।
हालाँकि बच्चों और बूढों के अलावा अगर आपको पाचन से जुड़ी कोई समस्या है, या आपके फेफड़ों (lungs) और दिल (heart) से जुड़ी कोई समस्या है तो ज्यादा संभावना है इस वायरस के चपेट में आने के। ये इसलिए क्योंकि ये एक रेस्पिरेटरी वायरस है।
4. HMPV वायरस से कैसे बचें?
हालाँकि अभी तक इस वायरस का कोई सटीक इलाज़ नहीं निकल पाया है, vaacine नहीं बन पायी है अभी तक इसलिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना है।
ऐसा समझ लिजिये जिस प्रकार आप कोविड के वक़्त जो नियम फॉलो करते थे वही सब करना है। नीचे कुछ पॉइंट्स बताये गए हैं जो कि बिल्कुल बेसिक है और आपको फॉलो करने हैं: also read: Immunity Badhane Wale Aahar बेस्ट इम्युनिटी बूस्टर फ़ूड
1. साफ-सफाई (Hygiene)
साफ रहना काफी जरूरी होता है, अपने बॉडी के साथ अपने आस-पास की चीज़ों को भी साफ रखना जरूरी होता है। अपने हाथों को हैंडवाश की मदद से जरूर धोये ताकि हाथों के गर्म आसानी से मर जाए।
आपको अपने हाथों को time to time धोना चाहिए और इसके साथ ही आपको अपने साथ एक sanitizer भी रखना चाहिए। आपको उन्ही sanitizer का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें अल्कोहल हो, इससे आपके हाथों के गर्म आसानी से मर जाएंगे।
2. मास्क (Mask)
मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। जब भी आप घर से बाहर निकल रहे हो तो मास्क लगाए ताकि दूसरे लोगों से आप direct contact में ना आ पाए। इसके साथ ही लोगों से थोड़ी दूरी भी बना के रखें।
अगर आपके आस-पास कोई ऐसा व्यक्ति है जो बीमार है या जिसमें आपको उपर बताये गए लक्षण एक भी नज़र आ जाए तो ऐसे लोगों से दूरी बना कर रखें।
और हो सके तो अभी के लिए दूसरों की चीज़ों का इस्तेमाल करना या खाना share कर के खाना बंद कर दे।
3. हेल्थि खाएं (Eat Healthy)
जैसा कि हमे पता ही है कि हम बाहर के खानों के कितने आदि हो चुके हैं। कभी अच्छी कैफे या रेस्टोरेंट तो कभी स्ट्रीट फूड हम खाते ही रहते हैं। और ज्यादातर लोग स्ट्रीट फूड का ही सेवन करते हैं जहाँ hygiene कितनी होती है आपको तो पता ही है।
इसके साथ ही आपको अभी के लिए फास्ट फूड छोड़ कर हेल्थि घर का बना खाना खाना चाहिए। और खाने से पहले और उसके बाद अपने हाथों को हैंडवाश की मदद से जरूर धोये।
4. व्यायाम
आपको अपने डेली रूटीन में योगा या व्यायाम को भी सम्मलित करना चाहिए। इससे आपका बॉडी तो फिट रहता ही है बाहर से मगर अंदर से भी ये आपको फिट बनाता है। योगा से आपके बॉडी के अंदर की नसें खुलने लगती है और इसके साथ ही जो भी फंक्शन होते है वो भी सही तरह से चलने लगते हैं। आपके बॉडी में खून का संचार भी सही तरीके से होने लगेगा और दिल या फेफड़ों की भी प्रक्रिया में सुधार आयेगा।
इसके साथ आपको साँस से जुड़ी exercise करने की जरूरत है क्योंकि ये एक रेस्पिरेटरी वायरस है तो ब्रीथिंग से जुड़ी समस्या न ही हो तो बेहतर होगा।
5. टिशू (tissue)
अपने साथ टिशू पेपर जरूर रखें क्योंकि अगर आपको छींक आई या आप कोल्ड और कफ से जूझ रहे है तो ऐसे हालात में टिशू पेपर का होना काफी जरूरी हैं। आपको जब भी छींक आये, आप टिशू का इस्तेमाल करें, अगर आपको नाप साफ करनी हो तो भी आप टिशू का ही इस्तेमाल करें।
ऐसे में आप टिशू को यूज़ कर के आसानी से फेक देंगे जिससे bacteria से बचे रहेंगे, हाँ लेकिन ऐसे ही कहीं भी न फेके कुड़ेदान में ही डालें। टिशू यूज़ करने से आप direct अपनी बॉडी पार्ट को छूने से भी बचोगे।
ऐसे हालातों में ऐसा कहा जाता है कि आपको अपने फेस को भी अपने हाथों से टच नहीं करना चाहिए।
6. बाहर न निकले
अगर बाहर निकलना जरूरी नहीं है तो आपको घर पर ही रहना चाहिए। बाहर निकलने से बेकार में आप कितने लोगों के संपर्क में आ जायेंगे। और अभी के लिए इस वायरस से बचने के लिए हमे दूरी बना कर रखनी चाहिए।
इसके साथ ही अगर आपने नोटिस किया कि कोई व्यक्ति बीमार है तो भी आपको उससे दूरी बना कर रखनी चाहिए क्योंकि आज के वक़्त में स्वास्थ्य बहुत जरूरी है और अपना ध्यान हमे खुद रखना पड़ता है।
अभी के लिए इतना ही, खैर जब तक इस वायरस का vaccine न निकल जाए हमे खुद को बचा के ही रखना होगा। इसके लिए हमे उपर बताये गए points को फॉलो करना होगा।
और अगर आपको हल्की सी भी शक हो खुद पे या आप इसमें बताये गए किसी भी लक्षण का सामना कर रहें हो तो आप एक बार टेस्ट जरूर करवा लें। और जब तक रिजल्ट न आ जाए आप खुद को isolate कर के रखें।
और अपने डॉक्टर के कहे गए इंस्ट्रक्शन को फॉलो करें। उम्मीद है ये पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल रही होगी। अच्छी लगी हो तो लाइक करें और अपने सभी दोस्तों, परिवार के साथ share करें ताकि उन्हें भी इस वायरस के बारे में पता चले।
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