immunity boosting dry fruits in hindi

Immunity Boosting Dry Fruits सूखे मेवों से बढ़ाए इम्यूनिटी

Immunity Boosting Dry Fruits in hindi

आज हम बात करेगें इम्युनिटी बढ़ाने वाले सूखे मेवे की जो स्वादिष्ट होने के साथ साथ इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं। हम अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कई प्रकार के उपायों को अपनाते रहते है।

विभिन्न प्रकार के फलों खाद्य पदार्थों यहाँ तक की हमारे रसोई घर में काम आने वाले मसालों को भी अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए उपयोग में लाते हैं।

ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, अंजीर, किशमिश, खजूर, पिस्ताअखरोट में सभी पौष्टिक तत्व एवं मिनरल्स मौजूद होते है जो शरीर में कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं ये एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं।

यदि हम अपने दिन की शुरूवात एक मुट्ठी मेवे से करें तो दिन भर हमें ताजगी एवं स्फूर्ति का अहसास होते रहता है। इसके नियमित सेवन से डायबिटिज, सांस रोग, नेत्र संबन्धित रोग, कमजोर हृदय रोग, कैंसर, वेट लॉस आदि से समस्याओं से निपटने में सहायता मिलती है।

ड्राई फ्रूट्स ताज़े फलों को ही निर्जलित करके बनाया जाता है ये ताज़े फलों के अपेक्षा ज्यादा पौष्टिक होते हैं। 

इसमें प्रोटीनअतृप्त (unsaturated fat), फाइबर आदि की मात्रा काफी होती हैं। इसे रात भर पानी में भिंगों कर सुबह खा सकते हैं या फिर इसे ऐसे ही सूखे खा सकते हैं।

इनमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होने पर ये कब्ज की समस्या से निजाद दिलाते है और इसमे मौजूद आयरन खून की कमी को पूरा करते हैं। इसलिए हमे प्रतिदिन ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना चाहिए। 

वैसे तो ड्राई फ्रूट्स में सभी पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। किंतु अलग अलग ड्राई फ्रूट्स में अलग-अलग पोषक तत्वों की मात्रा पायी जाती हैं।

इसलिए हमें अपने शरीर की जरूरत के अनुसार ड्राई फ्रूट्स का सेवन करनी चाहिए जिससे हमारी इम्यूनिटी बेहतर बन सके। तो आइये जानते हैं हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने वाले ड्राई फ्रूट्स (Immunity Boosting Dry Fruits in Hindi) कौन कौन से हैं।

बादाम

बादाम को अन्य ड्राइ फ्रूट्स की तुलना में काफी फायदेमंद पाया गया है । शरीर में एंटीबाड़ीज़ कोशिकाओं का निर्माण करने वाली बी टाइप की कोशिकाओं के वृद्धि में यह वृद्धि करता हैं बादाम एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से युक्त होता है।

इसमें विटामिन D और विटामिन E प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। जिसकी वजह से हमारी इम्यूनिटी बढ़ती है और हमारा वजन भी कंट्रोल रहता हैं इसमें मोनोन्सेचूरेटेड फैट का स्तर अधिक होता है जो की भूख को कम करता है और यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है। 

बादाम के सेवन से मैगनेशियम की मात्रा में वृद्धि होती है जिसकी वजह से ब्लड शुगर के स्तर में सुधार होता है।

इसमे कई प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते हैं यह विटामिन E, फाइबर एवं ज़िंक का श्रेष्ठ स्रोत होता है जिससे यह बालों के लिए, त्वचा के लिए कब्ज में एवं मस्तिष्क के लिए काफी लाभकारी होता है।

काजू

काजू का इस्तेमाल हम अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए करते हैं। यह ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत होता है। एक अच्छे स्वस्थ एवं तंदुरुस्ती के लिए जरूरी सभी पौष्टिक तत्व इसमे मौजूद होते हैं।

यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से युक्त होता है। इससे वजन संतुलित रहता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जो बालों एवं त्वचा के लिए काफी लाभकारी माना जाता है।

इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है एवं हाईबीपी की समस्या भी खत्म होती है। इसमें आयरन की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह खून की कमी को दूर करने में कारगर होता है।

काजू में अच्छे फैट पाये जाते हैं। इसके नित्य प्रयोग से यूरिक एसिड बनना बंद हो जाता है। इसमें विटामिन K, कैल्शियम, मैग्नेशियम, मैगनीज, फास्फोरस, कॉपर आदि की मात्रा मौजूद होती है इस कारण यह हड्डियों के लिए भी काफी कारगर होता है। 

काजू में zeaxanthin नामक तत्व होता ही जो आंखो के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर में जिंक का स्तर सामान्य रहता है।

इसमें विटामिन B की मात्रा भी अत्यधिक होती है। खाली पेट इसके सेवन से अल्जाइमर का खतरा कम हो जाता है एवं याददाश्त बढ़ती है और मन में ताजगी रहती है।

ऐसे देखा जाये तो काजू में पाए जाने वाले इतने सारे पौष्टिक गुणों के कारण शरीर में इम्यूनिटी पावर बढ़ती है इस कारण हम इसे एक सुपरफूड कह सकते है इसलिए जहां तक हो सके हमें प्रतिदिन इसका सेवन करना चाहिए।

पिस्ता

पिस्ता शरीर के लिए काफी लाभदायक माना गया है। यह स्वाद के साथ ही साथ उनके रोगों को दूर करने के लिए शरीर के प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। यह आंतों के लिए काफी फायदेमंद होता है यह भोजन की श्लेष्मा झिल्ली में सूजन होने से रोकता है।  

पिस्ता में पाये जाने वाला तत्व फ्लेवोनौएड्स होता है जिसकी वजह से याददाश्त एवं मस्तिष्क संबन्धित समस्या बेहतर होती है। इसमें फेनोलिक कंपाउंड भी पाया जाता है जो मस्तिस्क को स्वस्थ रखता है।

इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीइन्फ़्लेमेंटरी गुण एवं न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं। जिससे सूजन से राहत मिलती है।

मैग्नेशियम की मात्रा भी इसमे भरपूर पायी जाती है और इसके साथ ही इसमें टोकोफेरॉल नामक तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को दुरुस्त करता है। इसके सेवन से हड्डियों के कोशिकाओं को सहायता मिलती है। 

इसमें आयरन, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नेशियम, फास्फोरस, पोटाशियम, कॉपर, मैग्नीज, कार्बोहाइड्रेट, फैट आदि पौष्टिक तत्व पाये जाते हैं। यह त्वचा एवं बालों के लिए भी फायदेमंद होता है।

इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पायी जाती है जो महिलाओं के लिए ब्रेस्टफीडिंग के दौरान काफी फायदेमंद होता है।

अखरोट

अखरोट में शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व एवं विटामिन्स पाये जाते हैं। इसलिए इसे सुपरफूड भी कहा जाता है। यह शरीर के साथ ही साथ दिमाग को भी स्वस्थ रखता है।

इसके नित्य सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती है। यह शरीर में रक्त के थक्के बनने से रोकता है एवं हृदय को स्वस्थ रखता है। 

यह शरीर में रक्त के थक्के बनने से रोकता है एवं हृदय को स्वस्थ रखता है। इसमें मौजूद ओमेगा 3 तनाव कम करने में कारगर होता है।

इसके अलावा यह टीबी, खांसी, मासिक धर्म, पेट के कीड़े, फोड़े फुंसिया आदि के जोखिम भी कम करता है। इसलिए इसे सुपरफूड भी कहा जाता है। इसमें अल्फा-लिनोलेनिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। 

इसके अलावा इसमें बहुत सारे और भी पोष्टिक तत्व जैसे पोटाशियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फैट, कैलोरी, मैग्नेशियम, विटामिन B कॉम्प्लेक्स, प्रोटीन, फाइबर आदि पाये जाते हैं जिससे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ हीं यह इम्यूनिटी को भी मजबूती प्रदान करता हैं।

यह एंटीऑक्सीडेंट एवं एंटीइंफ्लमेंटरी गुणों से युक्त होता है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों के रूप में भी किया जाता है।

यह ब्लड में शुगर लेवल को नियंत्रित करता हैं एवं अपने एंटी-एजिंग गुण के कारण बढ़ती हुई उम्र  को कम करने में सहायक होता है। इसके सेवन से हड्डियों से संबन्धित रोग, मधुमेह आदि से छुटकारा मिलता है।

किशमिश

किशमिश अंगूर को निर्जलित करके बनाया जाता हैं। जो हमारे सेहत के लिए आवश्यक होता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते हैं, इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती हैं।

यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करके कब्ज आदि से छुटकारा दिलाती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट एवं फेनौल अत्यधिक मात्रा में पाया जाता हैं। इसमें मौजूद प्राकृतिक गुण शुगर शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। इसके साथ ही वजन बढ़ाने में भी मदद करती है। 

यह फ्री रेडिकल्स से बचाव करता है जिसकी वजह से कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि नही हो पाती है। इसमें मौजूद विटामिन A, बीटा कैरोटीन, -कैरोटीनाइड आंखों की सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।

किशमिश के नित्य सेवन से एनीमिया रोगों में लाभ मिलता है और यह हड्डियों को भी मजबूती प्रदान करता है। यह दांतों एवं मसूड़ों के लिए भी फायदेमंद होता है इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रीएंट्स दाॅतों में कैविटी होने से बचाता है।

खजूर

खजूर में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्वों के वजह से यह सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होती हैं। ये एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा पायी जाती है जिसकी वजह से यह पाचन संबन्धित समस्याओं को दूर करता है।

जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती हैं उन्हे खजूर का सेवन प्रतिदिन करनी चाहिए। इसमें एंटी-बैक्टेरियल गुण भी पाये जाते है जो मौसमी संक्रमण एवं बीमारियों से शरीर का बचाव करती हैं।

इसमें पाये जाने वाले कैल्शियम एवं मैग्नेशियम की मात्रा ज्यादा होती हैं जो हड्डियों में होने वाली बीमारियों से बचाव करती हैं। खजूर के नित्य इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम बेहतर बनता है।
यह तनाव और डिप्रेशन को कम करता है और साथ ही साथ दिमाग के कार्यप्रणाली को दुरुस्त करता है।
इसमें फ्रूक्टोज़ की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो शरीर को ऊर्जा देने का काम करती है। इसमें पोटाशियम, कॉपर, आयरन एवं विटामिन B6 की मात्रा भी सबसे ज्यादा पायी जाती है।
खजूर के इस्तेमाल से कई प्रकार की बीमारियों एवं संक्रमणों से बचाव करता हैं। यह मधुमेह एवं हृदय की बीमारियों में भी आराम दिलाता है।
खुबानी (Apricots)

खुबानी अत्यंत पौष्टिक होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट गुणो से भरपूर होता है इसमें विटामिन एवं मिनरल्स की भी मात्रा ज्यादा पायी जाती है। यह पेट से संबन्धित बीमारियों को दूर करता है।

आयुर्वेद में इसे औषिधी के रूप मे काम लिया जाता है। इसमें पाये जाने वाली मैग्नेशियम ब्लड वेसेल्स में होने वाले सूजन को कम करता है।

यह रक्त प्रवाह को सामान्य करने के साथ पाचन क्रिया को भी दुरुस्त रखता है। इसमें एंटी-इंफलमेंटरी गुण भी पाये जाते हैं जो श्वसन से संबन्धित समस्याओं को कम करता हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम पायी जाती है जिसकी वजह से यह वेट लॉस में सहायक माना जाता है।

इसमें विटामिन A और विटामिन K की मात्रा भी ज्यादा पायी जाती है जो आंखो के लिए काफी फायदेमंद होता ही इसकी वजह से मोतियाबिंद के आसार कम हो जाते है एवं विटामिन K की वजह से रक्त में प्लेटलेट की संख्या बढ़ जाती है।

इसलिए खुबानी को अपने आहार में अवश्य शामिल करनी चाहिए।

अंजीर (Anjeer)

अंजीर के गुणों के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं। यह बहुत हीं पौष्टिक एवं गुणकारी होता है। यह पचानतंत्र की समस्याओं में सक्षम होता है। एसीडिटी, अपच, कब्ज आदि समस्याओं में लाभकारी होता है।

इसके अलावा यह त्वचा संबन्धित रोग जैसे लाल चकते, एक्जिमा (Eczeema), सफ़ेद दाग, सफ़ेद कोढ़, घाव, फोड़ा आदि रोगों में भी कारगर होता है।

इसके नित्य इस्तेमाल से हृदय संबन्धित रोगों में लाभ मिलता है एवं यह मधुमेह रोगों में भी काफी लाभकारी होता है। 

इसमे आयरन, विटामिन्स, पोटाशियम, सोडियम, फास्फोरिक एसिड, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, सेल्यूलोज आदि तत्व पाये जाते हैं। यह शरीर की कमजोरी को भी दूर करता है।

इसमे कैल्शियम की मात्रा अधिक होने की वजह से यह हड्डियों के लिए भी लाभदायक होता है और साथ हीं साथ यह हाईपरटेंशन की समस्या होने से बचाता है। एक तरह से देखा जाय तो यह शरीर के लिए एक प्रकार से बहुउपयोगी फल है इसे नित्य हीं अपने आहार में शामिल करनी चाहिए।

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