Bachcho ki Immunity Badhane ke liye kya khilana chahiye
बच्चों के इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बेहद जरूरी होता है। अक्सर बच्चों में सर्दी खांसी, वायरल संक्रमण, बैक्ट्रीरिल संक्रमण आदि की समस्या आए दिन देखने को मिलती है।
इसलिए हमें अपने बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विशेष रूप से ध्यान देना अति आवश्यक होता है। इसके लिए हमें अपने बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए यह जानना आवश्यक है।
हम बच्चों को आहार एवं उनके दिनचर्या में कुछ बदलाव करके उनकी इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं जिससे बच्चों का स्वास्थ ठीक रहे और बच्चे कम बीमार पड़े।
इम्यून सिस्टम मजबूत रखने के लिए हमें बच्चों को जितना अधिक हो सके पौष्टिक आहार देना चाहिए। पौष्टिक आहार से बच्चे काफी स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रहते हैं।
बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए माता-पिता के लिए एक चुनौती भरा कार्य होता है लेकिन हम कुछ सूझबूझ एवं सही दिशानिर्देश से इस चुनौती को पूरा कर सकते हैं। आइए जानते है की हमें अपने बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए।
स्तनपान से मजबूत होती है इम्युनिटी
स्तनपान बच्चे के लिए सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक आहार है। शुरूवाती वर्षो मे जिन पोषक तत्वों एवं विटामिन्स की आवश्यकता बच्चे के मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए जरूरी होते है वे सभी माँ का दूध मे उपस्थित होते हैं।
स्तनपान से बच्चों की इम्यून सिस्टम के विकास में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसमें एंटीबाॅडीज़ पायी जाती है जिसके कारण बच्चों में इनफेक्शन, सर्दी-ख़ासी, गैस्ट्रो एंटेराइटिस आदि से बचाव होता है।
इसमें पाये जाने वाला लॉन्ग-चैन पॉलीअनसेचुरेड वसीय अम्ल बच्चे की मस्तिष्क विकास के लिए आवश्यक होता है।
माँ के दूध में पाये जाने वाला कैल्शियम बच्चे द्वारा आसानी से अवशोषित कर लिया जाता है जिससे उसके हड्डियों का विकास सही ढंग से होता पाता है। सबसे बड़ी बात होती है की स्तनपान से बच्चों में सडन इनफेंट डेथ सिंड्रोम का खतरा कम हो जाता है।
स्तनदूध में पाये जाने वाले तत्व केलेस्ट्रल बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत रखते हैं एवं उन्हें कई प्रकार के गंभीर बीमारियों से आजीवन रक्षा करते हैं।
फल एवं सब्जियों से बढ़ती है इम्यूनिटी
हरी पत्तेदार सब्जियाँ एवं ताजे फल बच्चों की इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में कारगर होते है। सेब, सेम, संतरा, अंगूर, फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली, गाजर, लेटयूस पत्ती, स्ट्रॉबेरी, खरबूजे आदि को बच्चे के आहार में आवश्य शामिल करनी चाहिए।
बच्चों को एक बार में एक ही प्रकार के भोजन देना अच्छा होता है इसमे उनकी रूचि भी बनी रहती है और हमें यह भी ज्ञात हो जाता है की किसी आहार से बच्चों को एलर्जी है या उसे नही पसंद है।
फलों का जूस, जेली, स्मूदी या इनका पेस्ट बना कर खिलाने से बच्चों की रूचि इसमें बनी रहेगी।
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प्रोटीन युक्त आहार बढ़ाए इम्यूनिटी
बच्चों के हर आहार प्रोटीन युक्त होना आवश्यक होता है। इससे बच्चे की इम्यूनिटी तेज़ी से बढ़ती है। प्रोटीन से एंटीबाडिज बनते है जो बच्चों की इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में आवश्यक होते है।
विभिन्न प्रकार की दालें, अंडे, मांस, मछ्ली, सोया आदि में प्रोटीन की मात्रा काफी पायी जाती है।
दालों में फाइटोकेमिल तत्व पाये जाते हैं जो अनेक प्रकार की गंभीर बीमारिओं से लड़ने में मददगार होते है। इसलिए हमें बच्चों के आहार में प्रोटीन के स्रोतों को शामिल करना चाहिए जिससे उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास सही ढंग से हो और वे कम से कम बीमार पड़े।
सूखे मेवें एवं नट्स हैं जरूरी
सूखे मेवें एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। इनमें बहुत सारे पौष्टिक गुण पाये जाते हैं जो बच्चे की इम्यूनिटी पावर को बढ़ाते हैं। इसमें कैल्शियम, पोटाशियम, आयरन, मैग्नेशियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन A, B, C, D एवं E, ओमेगा 3 आदि तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।
सूखे मेवें में सबसे ज्यादा फायदेमंद बादाम होता है जो शरीर में बी टाइप की कोशिकाओं में वृद्धि करता है। ये कोशिकाए एंटीबाडीज़ का निर्माण करती है जो शरीर में पाये जाने वाली बैड बैक्ट्रीरिया को नष्ट करती है।
काजू, पिस्ता (pistachio), बादाम, खजूर, किशमिश, अंजीर, अलसी के बीज, चिया सिड्स, तिल के बीज, अखरोट, नारियल, केसर, मुंगफली आदि सूखे मेवें बच्चों के आहार में अवश्य हीं शामिल करनी चाहिए। दो साल से कम उम्र के बच्चे को इसे पीस कर या इसका पेस्ट बना कर दे सकते है।
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फाइबरयुक्त आहार करें शामिल
प्रीबायोटिक भोजनों में फाइबर को काफी अच्छा माना जाता है। फाइबर युक्त भोजन बच्चों के पाचन के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए की हम किसी न किसी रूप में उनके आहार में फाइबर को शामिल करें।
फाइबर हरी पत्तेदार सब्जियों, विभिन्न प्रकार के फल, दलिया, साबूत अनाज के आटे आदि से प्राप्त हो जाते है।
गहरी नींद भी आवश्यक है
खराब नींद या अपर्याप्त नींद बच्चों की इम्यून सिस्टम पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। इसकी कमी से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरूद्ध हो जाता है। आई-क्यू लवेल का कम होना, थकान चिड़चिड़ापन, एकाग्रता में कमी आदि की समस्या होती रहती है|
खेल-कूद व एक्सरसाइज में रुचि बढ़ाए
खेल कूद और एक्सरसाइज़ के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। इससे उनके शरीर के विभिन अंगो का संचालन होते रहता है। मांसपेशियाँ सुगठित और मन में ताजगी आती है। जिससे उनकी इन्यून सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
शारीरिक गतिविधि, स्फूर्ति और ऊर्जा के लिए सिर्फ पाँच छ: मिनट का कठिन एक्सरसाइज़ ही काफी होता है। इससे उनके शरीर से अतिरिक्त वसा का क्षय होता है और उनका आई-क्यू लेवेल स्ट्रॉंग होता है।
आज कल के बच्चे अक्सर मोबाइल, कम्प्युटर आदि में अधिक व्यस्थ रहते है। जिसके कारण उनकी शारीरिक गतिविधि सही ढंग से नही हो पाती है और वे कई गंभीर बीमारियों जैसे मोटापा, डायबिटीज़ आदि के शिकार हो जाते है।
इसलिए उन्हें खेल-कूद और एक्सरसाइज़ के प्रति प्रोत्साहित करना चाहिए जिससे उनकी इम्यून सिस्टम मजबूत बन सके।
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मसालों से बढ़ाए इम्यूनिटी
कुछ मसाले जैसे हल्दी, लहसुन, लॉन्ग, तुलसी, केसर, अदरक आदि, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले होते है। इनमें एंटिऑक्साइड, एंटिइनफ्लेमेटरी और एंटिसेप्टिक गुण पाये जाते हैं जो बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता के लिए ज़रूरी होते हैं।
(कृपया ध्यान दें कि बच्चों की आयु, स्वास्थ्य स्तर, खानपान की पसंद और अन्य चिकित्सा स्थितियों के आधार पर खाद्य चुनना चाहिए। यदि आपका बच्चा किसी खाद्य सम्बंधित एलर्जी या अन्य समस्याओं का सामना कर रहा है, तो किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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