vitamin c ki kami ke lakshan awam srot
आज हम बात करेंगे विटामिन सी की कमी के लक्षण एवं इसके स्रोत की। विटामिन सी सफेद रवे के आकार का अति घुलनशील पदार्थ है। विटामिन सी के कारण हीं हमारे शरीर में रक्त वाहीनों की संरचना होती है।
हमारे शरीर में विटामिन सी अहम भूमिका निभाते है। यह हमारे शरीर में बहुत हीं अल्प मात्रा में पाये जाते है फिर भी समान्यतया अच्छे स्वस्थ्य के संरक्षण और शारीरिक विकास के लिए यह बहुत हीं जरूरी होता है।
हमारे आहार में विटामिन्स की कमी होने से विभिन्न प्रकार के रोग होने लगते है।
इसका अवशोषण आंतों (intestin) में शीघ्रता से होता है। यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है। इसमें पाये जाने वाले एंटी-स्कारब्यूटिक गुण के कारण इसे स्कार्बिक एसिड भी कहा जाता है। यकृत, उत्तकों और अन्य अंगो में इसका अधिकतम स्तर बना रहता है और शरीर में संग्रह नही हो पाता है।
यदि इसकी मात्रा शरीर मे अधिक हो जाती है तो यह मूत्र एवं पसीने के रूप में शरीर से विसर्जित हो जाता है।
Vitamin C क्लोजन बनाने में मदद करता है। क्लोजन एक सीमेंट करने वाला पदार्थ है जो शरीर की कोशिकाओ को एक साथ जकड़े रहता है।
साधारण कोशो के संयोजक तत्वों (connective tissue) को क्लोजन की ज़रूरत होती है। क्योंकि यह कोशो का परस्परिक संबध करने का साधन है।
विटामिन C के कमी से होने वाले लक्षण Symptoms of Vitamin C Deficiency in Hindi
Vitamin C की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो जाते हो जाते है। यदि इसके लक्षण गंभीर है तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करनी चाहिए। लेकिन यदि बहुत अधिक गंभीर नहीं है तो विटामिन C बहुयलता वाले खाद्य पदार्थो को अपने आहार मे शामिल करके इस रोग से निजाद पा सकते है।
और पढ़ें विटामिन C की अधिकता से क्या होता है | Side Effects of Vitamin C in Hindi
हड्डियों के विकास में रुकावट
विटामिन C हड्डियों के स्वरूप, विकास और निर्माण के लिए आवश्यक होता है। इसकी कमी से अस्थि मज्जा का निर्माण ठीक से नहीं हो पाता है। अस्थि मज्जा मे लाल कोशिकाओं का निर्माण कार्य इसकी कमी से रुक जाती है जिससे इसके विकास में रुकावट पैदा हो जाती है।
बेवजह थकान का होना
विटामिन C शरीर में कार्निटाइन को काम काम करती है जिससे मेटाबोलिज़्म और एनर्जी बढ़ती है। इसलिए इसकी कमी से हर वक्त थकान महसूस होती रहती है।
रक्तवाहिनों मे रुकावट
एस्कार्बिक एसिड के कमी से रक्तवाहिनियां कमजोर हो जाती है। इसकी कमी से मसूड़े लाल एवं सूखे हुए हो जाते हैं।
त्वचा का रूखा और बेजान होना
विटामिन C से हमारी त्वचा सुंदर, स्वस्थ एवं चमकदार बनती है। यह एंजिग को काम करता है। इसकी कमी से हमारी त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। त्वचा मे कील मुहाँसे निकलने लगते है। चेहरे और आंखों के आस पास झुर्रियां पड़ने लगती है।
शरीर में रक्त की कमी होना (एनीमिया)
विटामिन C शरीर मे आयरन के फेरिक रूप को फेरस के रूप मे परिवर्तित करने मे सहायक होता है जिससे वह आंतों द्वारा शीघ्र अवशोषित हो जाता है।
शरीर मे विटामिन C की कमी से यह प्रक्रिया नहीं हो पाती है जिससे रक्त की कमी होने लगती है इसे एनीमिया रोग कहते हैं। और पढ़ें विटामिन C की टैबलेट (गोली) खाने क्या फायदे होते हैं
इन्फ़ैकशन होना
vitamin C शरीर की immune system को मजबूत बनाता है। जिससे इन्फ़ैकशन से हमारी शरीर का बचाव होता है लेकिन शरीर मे इसकी कमी से हम बैक्टेरियल और वायरल इन्फ़ैकशन की चपेट मे आ जाते है।
रूखी बेजान त्वचा
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नाक से ब्लड का निकलना
विटामिन सी हमारे रक्त कोशिकाऑ को मजबूत बनाने का कार्य करती है अतः इसकी कमी से रक्त कोशिकाए कमजोर होने लगती है। नाक मे छोटे छोटे खून के पात्र होते है और विटामिन सी उन्हे कमजोर होने से बचाता है। यदि हमारे शरीर मे विटामिन की कमी होगी तो हमारे नाक से खून निकलने लगेगा।
शरीर मे रक्त की कमी होना (एनिमिया)
विटामिन से शरीर मे आयरन के फेरिक रूप को फेरस के रूप मे परिवर्तित करने मे सहायक होता है। जिससे वो आंतों द्वारा शीघ्र अवशोषित हो जाता है।
शरीर मे विटामिन सी की कमी से यह प्रक्रिया नही हो पाती जिससे रक्त की कमी होने लगती है जिससे एनिमिया रोग हो सकता है।
दाँतों एवं मसूडों में विकार
विटामिन सी मसूडों और दाँतों के लिए बहुत ही आवश्यक है इसकी कमी से मसूडों में सूजन हो जाती है। इसमे खून आना, दाँतो का पीला होना, टेड़े मेडे दाँतो का आना आदि समस्याए होती है।
बालों के रूखे और झड़ने की समस्या
यह बालो के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसकी कमी से बालो का असामान्य रूप से झड़ना, बाल दोमूहे होना रूखे और बेजान होना आदि समस्याए होती है।
विटामिन सी शरीर मे रोगनिरोधक क्षमता को बढाता है। विशेष रूप से संक्रमक प्रतिरोधक के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिससे हम बार बार बैक्टीरिया एवं वायरस से होने वाली बीमारियो के चपेट मे आ जाते है।
घावों का शीघ्र ना भरना
विटामिन सी कोलेजन बनाने मे मदद करता है जो उत्तकों को आपस मे जोड़ने का कार्य करता है। शरीर मे इसकी कमी से कोलेजन नही बन पाते है जिससे घाव शीघ्र नही भर पाते है।
शरीर में ऐठन होना
इसकी कमी से हमारी शरीर की रक्त-कोशिकाए कमजोर हो जाती है जिसके कारण त्वचा के नीचे रक्त स्राव होने लगता है एवं शरीर मे ऐठन होने लगती है।
अन्य लक्षण
*त्वचा पर लाल या नीले धब्बे होना
*शारीरिक ताकत में कमी आना।
*वजन का बढना।
*जोड़ो में दर्द एवं सूजन।
*सांस का फूलना।
*छाती में दर्द।
*चिड़चिड़ापन।
*मानसिक स्थिति में बदलाव।
विटामिन C के स्रोत-Sources of Vitamin C
Vitamin C शरीर के लिए बहुत ज़रूरी होता है। इसका कमी शरीर मे ना हो इसके लिए हमे आहार में उन सभी पदार्थो को शामिल करना आवश्यक होता है जिसमे Vitamin C मौजूद हो। इसके लिए हमे प्रतिदिन एक से दो कटोरी फल और सब्जियों का उपयोग करनी चाहिए।
आँवला
ऑवला को Vitamin C का भंडार कहते है। इसमे Vitamin C की मात्रा बहुत अधिक होती है। एक माध्यम आकार के ऑवले में लगभग 600 ग्राम Vitamin की मात्रा होती है।
ब्रोकली
इसमे कई प्रकार के पोषक तत्व पायी जाती है। इसमे Vitamin C भी पर्याप्त मात्रा में पायी जाती है। 100 ग्राम ब्रोकली में लगभग 51 ग्राम Vitamin C प्राप्त होती है।
पालक
पालक मे अन्य vitamins एवं minerals के अलावा विटामिन C भी पर्याप्त मात्रा मे पाई जाती है। पालक खाने से इसमे मौजूद विटामिन C के कारण संक्रामण का खतरा काफी कम हो जाता है।
शिमला मिर्च
शिमला मिर्च मे मौजूद विटामिन C आयरन को सोखने में मदद करता है इसमे लगभग 341mg विटामिन C पायी जाती है।
आलू
आलू मे potassium की मात्रा काफी होती है जो हमारे शरीर की कमजोरी को दूर करती है इसके साथ ही इसमे vitamin C की मात्रा भी अधिक होती है। एक मध्यम आकार के आलू मे 17 मिग्रा तक विटामिन C पायी जाती है।
टमाटर
इसमे विटामिन सी, पोटेशियम, फोलेट और विटामिन K भी पायी जाती है। एक मध्यम आकार के टमाटर मे लगभग 17 मिग्रा विटामिन सी पायी जाती है। टमाटर हृदय रोग और कैंसर जैसे जोखिम को कम करता है।
खट्टे फल
खट्टे रसदार फल जैसे-नींबू, संतरा, अंगूर, अमरूद, एपल, चुकंदर, कीवी, हरी मिर्च, स्ट्राबेरी, पपीता, अजमोद, मटर, पुदीना, कटहल आदि में vitamin C प्रचुर मात्रा मे पायी जाती है।
इसके अन्य स्रोत हैं =
*चौलाई
*बंदगोभी
*हरा धनिया
*मुनक्का
*चुकंदर
*केला
*मूली के पत्ते
*शलगम
*बेर
*दूध
उपरोक्त सभी खाद्य पदार्थों में विटामिन सी पायी जाती है।
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